Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Oct 2018 · 1 min read

गीत

“आशाओं के दीप”

आशाओं के दीप जलाकर
सुंदर स्वप्न जगाए रखना,
नया जोश उल्लास भरे तुम
सुरभित सुमन खिलाए रखना।

मन में उपजी प्रीत पिया की
रोम-रोम हर्षित कर देती
एक नेह की अभिलाषा में
घर-आँगन पुलकित कर देती।

उदित भानु से जीवन में तुम-
जगमग ज्योति जलाए रखना।
सुंदर स्वप्न जगाए रखना।।

व्यथा बढ़े जब अंतर्मन में
रिश्ते-नाते टूट रहे हों
छोटी-छोटी खुशियों के क्षण
अपने अपनों से लूट रहे हों।

हर विपदा से टकरा कर तुम-
उम्मीद की डोर थमाए रखना।
सुंदर स्वप्न जगाए रखना।।

दुख-दुविधाएँ राह खड़े हों
मंजिल कोई सूझ न पाए
भवसागर में फँसी ज़िंदगी
कश्ती मेरी डूब न जाए।

बन नाविक पतवार सँभाले-
अपना साथ बनाए रखना।
सुंदर स्वप्न जगाए रखना।।

डॉ. रजनी अग्रवाल ‘वाग्देवी रत्ना’
वाराणसी(उ.प्र.)
संपादिका-साहित्य धरोहर

Language: Hindi
Tag: गीत
252 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
View all
You may also like:
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-146 के चयनित दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-146 के चयनित दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वो क्या गिरा
वो क्या गिरा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
"शौर्य"
Lohit Tamta
💐अज्ञात के प्रति-13💐
💐अज्ञात के प्रति-13💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
न गिराओ हवाओं मुझे , औकाद में रहो
न गिराओ हवाओं मुझे , औकाद में रहो
कवि दीपक बवेजा
* मुस्कुराना *
* मुस्कुराना *
surenderpal vaidya
ईश्वर के सम्मुख अनुरोध भी जरूरी है
ईश्वर के सम्मुख अनुरोध भी जरूरी है
Ajad Mandori
👉 ताज़ा ग़ज़ल :--
👉 ताज़ा ग़ज़ल :--
*Author प्रणय प्रभात*
मैं अशुद्ध बोलता हूं
मैं अशुद्ध बोलता हूं
Keshav kishor Kumar
कौन किसके बिन अधूरा है
कौन किसके बिन अधूरा है
Ram Krishan Rastogi
मां जैसा ज्ञान देते
मां जैसा ज्ञान देते
Harminder Kaur
पल पल बदल रहा है
पल पल बदल रहा है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गरजता है, बरसता है, तड़पता है, फिर रोता है
गरजता है, बरसता है, तड़पता है, फिर रोता है
Suryakant Dwivedi
जीने की
जीने की
Dr fauzia Naseem shad
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
भिखारी का बैंक
भिखारी का बैंक
Punam Pande
'एक कप चाय' की कीमत
'एक कप चाय' की कीमत
Karishma Shah
स्वार्थ
स्वार्थ
Sushil chauhan
रामपुर का इतिहास (पुस्तक समीक्षा)
रामपुर का इतिहास (पुस्तक समीक्षा)
Ravi Prakash
हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
Phool gufran
You are not born
You are not born
Vandana maurya
रुचि पूर्ण कार्य
रुचि पूर्ण कार्य
लक्ष्मी सिंह
मेरे जिंदगी के मालिक
मेरे जिंदगी के मालिक
Basant Bhagawan Roy
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
Er.Navaneet R Shandily
नारी
नारी
विजय कुमार अग्रवाल
2945.*पूर्णिका*
2945.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते
Prakash Chandra
तुम ये उम्मीद मत रखना मुझसे
तुम ये उम्मीद मत रखना मुझसे
Maroof aalam
"The Power of Orange"
Manisha Manjari
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप
वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप
Ravi Yadav
Loading...