चिड़िया रानी
गीत
चिड़िया रानी एक कहानी
कहती थी बच्चों से नानी
बच्चों की जब मुराद पाई
औचक ख़ुशी से चहचहाई
ममता में फिर तुम दीवानी
ढूंढ रही थी दाना-पानी
रहती थी जैसे हो रानी
चिड़िया रानी…………
प्राण खुश्क जब बच्चे बिलखें
माँ की ममता कौन न निरखे
बारम्बार उनको खिलाती
खुद चाहे भूखी रह जाती।
चिड़िया देखो बहुत सयानी
चिड़िया रानी………….
बड़े हुए उड़ना सिखलाया
उड़े हो गया नीड़ पराया
बच्चों तुम माँ को न भुलाना
सदा दूध का कर्ज चुकाना।
करना कभी नहीं मनमानी
चिड़िया रानी……………..
…शारदा मदरा…