Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2017 · 1 min read

गजल राहें इश्क में आये है

राहें इश्क में आये है दोनों हाथ को जोड़कर
हजारों उल्फत की कसम खाने को दौड़कर

रिमझिम बारिश है और रंजोगम की घटाएं
कागज पर रखी है आँखें अपनी निचोड़कर

बरसों से सीने में सुलगती आग को बुझा दें
होंठ पर होंठ रख दे शर्मो हया को छोड़कर

अब क्या लिखूं तुझ पर ऐ बेमिसाल हुस्न
तू आना पलकों की छाँव तारों को ओढ़कर

दरियादिली में तेरे इश्क का गुलाम बनने को
मैं आया अपने बादशाह वाले अहम तोड़कर

यादों के मधुर मधुबन में तेरा प्यार महके तो
अशोक नहीं देखेगा बिता वक्त गर्दन मोड़कर

अशोक सपड़ा की कलम से

495 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अभी सत्य की खोज जारी है...
अभी सत्य की खोज जारी है...
Vishnu Prasad 'panchotiya'
2680.*पूर्णिका*
2680.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन एक मकान किराए को,
जीवन एक मकान किराए को,
Bodhisatva kastooriya
बाल कविता: हाथी की दावत
बाल कविता: हाथी की दावत
Rajesh Kumar Arjun
पराया हुआ मायका
पराया हुआ मायका
विक्रम कुमार
मधुमास
मधुमास
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
छोटी सी दुनिया
छोटी सी दुनिया
shabina. Naaz
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
कर्म से विश्वाश जन्म लेता है,
Sanjay ' शून्य'
*खिलौना आदमी है बस, समय के हाथ चाभी है (हिंदी गजल)*
*खिलौना आदमी है बस, समय के हाथ चाभी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आगाज़-ए-नववर्ष
आगाज़-ए-नववर्ष
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
माँ का घर
माँ का घर
Pratibha Pandey
"वो बचपन के गाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
ओसमणी साहू 'ओश'
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
कभी कभी पागल होना भी
कभी कभी पागल होना भी
Vandana maurya
जिस के नज़र में पूरी दुनिया गलत है ?
जिस के नज़र में पूरी दुनिया गलत है ?
Sandeep Mishra
लैला अब नही थामती किसी वेरोजगार का हाथ
लैला अब नही थामती किसी वेरोजगार का हाथ
yuvraj gautam
खुश होगा आंधकार भी एक दिन,
खुश होगा आंधकार भी एक दिन,
goutam shaw
आप अपना
आप अपना
Dr fauzia Naseem shad
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
छोटी- छोटी प्रस्तुतियों को भी लोग पढ़ते नहीं हैं, फिर फेसबूक
DrLakshman Jha Parimal
"सफर"
Yogendra Chaturwedi
गांधीजी का भारत
गांधीजी का भारत
विजय कुमार अग्रवाल
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
प्रजापति कमलेश बाबू
जियो जी भर
जियो जी भर
Ashwani Kumar Jaiswal
#अपील_सब_से
#अपील_सब_से
*Author प्रणय प्रभात*
चाय
चाय
Rajeev Dutta
#शिवाजी_के_अल्फाज़
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
Utkarsh Dubey “Kokil”
इम्तिहान
इम्तिहान
AJAY AMITABH SUMAN
* सखी  जरा बात  सुन  लो *
* सखी जरा बात सुन लो *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...