Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2016 · 1 min read

खूबसूरत धरा बना देंगे

खूबसूरत धरा बना देंगे
पेड़ों से हम इसे सजा देंगे

प्यार से देखभाल करके हम
कष्ट धरती के सब मिटा देंगे

फिर यहाँ चहचहायेंगे पंछी
फूलों से हम चमन खिला देंगे

घोलती विष यहाँ फिजाओं में
हम बुरी आदतें भुला देंगे

कीमती बूँद बूँद है जल की
पाठ बच्चों को ये पढ़ा देंगे

‘अर्चना’ खाते हैं कसम अब हम
स्वर्ग सा ये वतन बना देंगे
डॉ अर्चना गुप्ता

210 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
किसी वजह से जब तुम दोस्ती निभा न पाओ
किसी वजह से जब तुम दोस्ती निभा न पाओ
ruby kumari
तेरे बिना
तेरे बिना
DR ARUN KUMAR SHASTRI
You come in my life
You come in my life
Sakshi Tripathi
****भाई दूज****
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
👍👍
👍👍
*Author प्रणय प्रभात*
चोट शब्दों की ना सही जाए
चोट शब्दों की ना सही जाए
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तो क्या हुआ
तो क्या हुआ
Sûrëkhâ Rãthí
मिलकर नज़रें निगाह से लूट लेतीं है आँखें
मिलकर नज़रें निगाह से लूट लेतीं है आँखें
Amit Pandey
पत्रकार
पत्रकार
Kanchan Khanna
ख्वाहिशों की ज़िंदगी है।
ख्वाहिशों की ज़िंदगी है।
Taj Mohammad
कावड़ियों की धूम है,
कावड़ियों की धूम है,
manjula chauhan
वोट डालने जाना
वोट डालने जाना
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*खिलना सीखो हर समय, जैसे खिले गुलाब (कुंडलिया)*
*खिलना सीखो हर समय, जैसे खिले गुलाब (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
अपेक्षा किसी से उतनी ही रखें
Paras Nath Jha
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
Shashi kala vyas
"सत्य"
Dr. Kishan tandon kranti
समर्पण.....
समर्पण.....
sushil sarna
कभी तो ख्वाब में आ जाओ सूकून बन के....
कभी तो ख्वाब में आ जाओ सूकून बन के....
shabina. Naaz
खुशी की खुशी
खुशी की खुशी
चक्षिमा भारद्वाज"खुशी"
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
हमें अब राम के पदचिन्ह पर चलकर दिखाना है
Dr Archana Gupta
★
पूर्वार्थ
बात ! कुछ ऐसी हुई
बात ! कुछ ऐसी हुई
अशोक शर्मा 'कटेठिया'
2301.पूर्णिका
2301.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आओ ...
आओ ...
Dr Manju Saini
मंगल दीप जलाओ रे
मंगल दीप जलाओ रे
नेताम आर सी
दर्द के ऐसे सिलसिले निकले
दर्द के ऐसे सिलसिले निकले
Dr fauzia Naseem shad
अंतस का तम मिट जाए
अंतस का तम मिट जाए
Shweta Soni
राखी की सौगंध
राखी की सौगंध
Dr. Pradeep Kumar Sharma
श्री गणेशा
श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...