Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2020 · 1 min read

रखिए धीरज

खाली समय यूं बिता लो तुम
बढ़िया पेंटिंग बना लो तुम

खेलो कैरम, खेलो लूडो
घर में नहीं किसी से रूठो

बंद है बाहर का चटकारा
मम्मी का बस एक सहारा

तबीयत जब लगे घबराने
छत पर चलो पतंग उड़ाने

धीरज रखकर काम चलाना
मम्मी को तुम नहीं सताना

इस बात का रखना है ध्यान
करो न पढ़ाई का नुकसान

ऐसी भी क्या मजबूरी है
रिवीजन करना ज़रूरी है

बंद करो तुम मार पिटाई
नए कोर्स से करो पढ़ाई

2 Likes · 1 Comment · 246 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आंखों में शर्म की
आंखों में शर्म की
Dr fauzia Naseem shad
■ एक प्रयास...विश्वास भरा
■ एक प्रयास...विश्वास भरा
*Author प्रणय प्रभात*
मुझे मेरी फितरत को बदलना है
मुझे मेरी फितरत को बदलना है
Basant Bhagawan Roy
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में
आसा.....नहीं जीना गमों के साथ अकेले में
कवि दीपक बवेजा
"दो पहलू"
Yogendra Chaturwedi
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
फन कुचलने का हुनर भी सीखिए जनाब...!
Ranjeet kumar patre
बिखरे खुद को, जब भी समेट कर रखा, खुद के ताबूत से हीं, खुद को गवां कर गए।
बिखरे खुद को, जब भी समेट कर रखा, खुद के ताबूत से हीं, खुद को गवां कर गए।
Manisha Manjari
मैं धरा सी
मैं धरा सी
Surinder blackpen
बुजुर्ग कहीं नहीं जाते ...( पितृ पक्ष अमावस्या विशेष )
बुजुर्ग कहीं नहीं जाते ...( पितृ पक्ष अमावस्या विशेष )
ओनिका सेतिया 'अनु '
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
क्यूं हो शामिल ,प्यासों मैं हम भी //
गुप्तरत्न
खुद को इतना मजबूत बनाइए कि लोग आपसे प्यार करने के लिए मजबूर
खुद को इतना मजबूत बनाइए कि लोग आपसे प्यार करने के लिए मजबूर
ruby kumari
ਨਾਨਕ  ਨਾਮ  ਜਹਾਜ  ਹੈ, ਸਬ  ਲਗਨੇ  ਹੈਂ  ਪਾਰ
ਨਾਨਕ ਨਾਮ ਜਹਾਜ ਹੈ, ਸਬ ਲਗਨੇ ਹੈਂ ਪਾਰ
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"इफ़्तिताह" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
एक अकेला
एक अकेला
Punam Pande
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप ।
पुण्यात्मा के हाथ भी, हो जाते हैं पाप ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"सोचो ऐ इंसान"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा लड्डू गोपाल
मेरा लड्डू गोपाल
MEENU
श्रोता के जूते
श्रोता के जूते
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी
दशमेश गुरु गोविंद सिंह जी
Harminder Kaur
नज़ारे स्वर्ग के लगते हैं
नज़ारे स्वर्ग के लगते हैं
Neeraj Agarwal
ख़िराज-ए-अक़ीदत
ख़िराज-ए-अक़ीदत
Shekhar Chandra Mitra
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
gurudeenverma198
*मैं बच्चों की तरह हर रोज, सारे काम करता हूँ (हिंदी गजल/गीति
*मैं बच्चों की तरह हर रोज, सारे काम करता हूँ (हिंदी गजल/गीति
Ravi Prakash
रक्तदान
रक्तदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
💐प्रेम कौतुक-403💐
💐प्रेम कौतुक-403💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
2274.
2274.
Dr.Khedu Bharti
छुट्टी बनी कठिन
छुट्टी बनी कठिन
Sandeep Pande
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
अपनों का साथ भी बड़ा विचित्र हैं,
Umender kumar
पद्मावती पिक्चर के बहाने
पद्मावती पिक्चर के बहाने
Manju Singh
🙏
🙏
Neelam Sharma
Loading...