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12 Feb 2018 · 1 min read

खामोशी

संभाल के रखी है तेरी खामोशी हमने
जब उदास होता हूँ सुन लेता हूँ
बूँदों की टप टप कानों में गूँजती है
थोड़ा मौसम का मज़ा लेता हूँ

उधार ली थी तुमसे मुस्कुराहट हमने
चलो आज ये कर्ज भी चुका देता हूँ
कितना मासूम सा है दिल तेरा
इस दिल में हिसाब रखता हूँ

भूल जाना मेरी आदत नहीं
तुमको पाना मेरी चाहत नहीं
दूर से देखता हूँ तुमको
और साथ निभा देता हूँ
Written by me Geeta Bhatia

Language: Hindi
287 Views
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