Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2017 · 1 min read

केवल माँ को ज्ञात

एक कला संसार में, केवल माँ को ज्ञात
बिन भाषा बिन बोल के, समझे सारी बात

कहाँ रहे सद्भावना, कहाँ रहे सद्भाव
जब फूलों के गाँव भी, होता हो पथराव

थोड़े दिन ही रह सका, मौसम यहाँ हसीन
ऋतु बसंत के बाद में, जमकर तपी जमीन

तपते पत्थर हैं कहीं, कहीं बिछे कालीन
आदिकाल से चल रहा, कुछ भी नहीं नवीन

जाता है अस्तित्व मिट, छोड़ी अगर जमीन
सागर में मिलाकर हुईं, नदियाँ सभी विलीन

Language: Hindi
328 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फिर दिल मेरा बेचैन न हो,
फिर दिल मेरा बेचैन न हो,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
2898.*पूर्णिका*
2898.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
/// जीवन ///
/// जीवन ///
जगदीश लववंशी
निर्णय
निर्णय
Dr fauzia Naseem shad
"मैं सोच रहा था कि तुम्हें पाकर खुश हूं_
Rajesh vyas
नारी
नारी
Prakash Chandra
रौशनी अकूत अंदर,
रौशनी अकूत अंदर,
Satish Srijan
रूठी बीवी को मनाने चले हो
रूठी बीवी को मनाने चले हो
Prem Farrukhabadi
बचपन
बचपन
लक्ष्मी सिंह
🇭🇺 झाँसी की वीरांगना
🇭🇺 झाँसी की वीरांगना
Pt. Brajesh Kumar Nayak
छोटी कहानी- 'सोनम गुप्ता बेवफ़ा है' -प्रतिभा सुमन शर्मा
छोटी कहानी- 'सोनम गुप्ता बेवफ़ा है' -प्रतिभा सुमन शर्मा
Pratibhasharma
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
पास ही हूं मैं तुम्हारे कीजिए अनुभव।
surenderpal vaidya
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
हँसकर जीना दस्तूर है ज़िंदगी का;
पूर्वार्थ
कायम रखें उत्साह
कायम रखें उत्साह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
भारत मां की पुकार
भारत मां की पुकार
Shriyansh Gupta
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
*😊 झूठी मुस्कान 😊*
प्रजापति कमलेश बाबू
मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए ।
मैं जानती हूँ तिरा दर खुला है मेरे लिए ।
Neelam Sharma
किसान और जवान
किसान और जवान
Sandeep Kumar
........,?
........,?
शेखर सिंह
बच्चा बूढ़ा हो गया , यौवन पीछे छोड़ (कुंडलिया )
बच्चा बूढ़ा हो गया , यौवन पीछे छोड़ (कुंडलिया )
Ravi Prakash
"आत्म-मन्थन"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
जी.आज़ाद मुसाफिर भाई
gurudeenverma198
पुश्तैनी मकान.....
पुश्तैनी मकान.....
Awadhesh Kumar Singh
ग़ज़ब है साहब!
ग़ज़ब है साहब!
*Author प्रणय प्रभात*
तेरा-मेरा साथ, जीवनभर का ...
तेरा-मेरा साथ, जीवनभर का ...
Sunil Suman
तहजीब राखिए !
तहजीब राखिए !
साहित्य गौरव
నా గ్రామం..
నా గ్రామం..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बाबूजी
बाबूजी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
5 दोहे- वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...