Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Feb 2020 · 1 min read

कीर्ति छंद

विधा :- कीर्ति छन्द
दिनांक :- ७/२/२०२०
दिन :- शुक्रवार

***********************

कीर्ति छंद
विषय – ” नेता ”
दशाक्षर वर्ण बृत्त

मात्रिक विन्यास
सगण सगण सगण गुरु
I I S I I S I I S S
मापनी 112. 112. 112. 2

मत देकर हम जलते है।
मत पाकर वो छलते है।।
ठगते हमको इठलाते।
कर कर्म बुरा इतराते।।

करते धन की यह चोरी।
धन से भरते यह बोरी।।
मत पाकर चोर लुटेरे।
बन भ्रष फिरें बहुतेरे।।

इनसे यह राष्ट्र दुखी है।
अब कौन यहाँ सुखी है।।
पद लेकर ये मदमाते।
कर पाप सदा हरसाते।।

यह मानव है बहुरंगी।
अरु आदत है नवरंगी।।
जन देखन है कब आते।
मतदान सदा यह गाते।।

इनसे अब राष्ट्र बचा लो।
विपदा मिलके सब टालो।।
अब भी इनको पहचानो।
इनके उर क्या सब जानो।।

मैं {पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन ‘} घोषणा करता हूँ कि मेरे द्वारा उपरोक्त प्रेषित रचना मौलिक , स्वरचित, अप्रकाशित और अप्रेषित है ।
【✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’】

Language: Hindi
3 Likes · 478 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
।।आध्यात्मिक प्रेम।।
।।आध्यात्मिक प्रेम।।
Aryan Raj
बम भोले।
बम भोले।
Anil Mishra Prahari
💐प्रेम कौतुक-263💐
💐प्रेम कौतुक-263💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
कवि रमेशराज
"निशान"
Dr. Kishan tandon kranti
रंगों  की  बरसात की होली
रंगों की बरसात की होली
Vijay kumar Pandey
नया से भी नया
नया से भी नया
Ramswaroop Dinkar
3146.*पूर्णिका*
3146.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
😊लघु-कथा :--
😊लघु-कथा :--
*Author प्रणय प्रभात*
2) “काग़ज़ की कश्ती”
2) “काग़ज़ की कश्ती”
Sapna Arora
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
VINOD CHAUHAN
खालीपन
खालीपन
MEENU
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*चंदा मॉंगो शान से, झाड़ो बढ़िया ज्ञान (कुंडलिया)*
*चंदा मॉंगो शान से, झाड़ो बढ़िया ज्ञान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सरकारी
सरकारी
Lalit Singh thakur
मेरी माँ......
मेरी माँ......
Awadhesh Kumar Singh
शंभु जीवन-पुष्प रचें....
शंभु जीवन-पुष्प रचें....
डॉ.सीमा अग्रवाल
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
इतना तो करम है कि मुझे याद नहीं है
Shweta Soni
My life's situation
My life's situation
Sukoon
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
किसी से अपनी बांग लगवानी हो,
Umender kumar
उधेड़बुन
उधेड़बुन
मनोज कर्ण
।।अथ सत्यनारायण व्रत कथा पंचम अध्याय।।
।।अथ सत्यनारायण व्रत कथा पंचम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
माँ की दुआ इस जगत में सबसे बड़ी शक्ति है।
लक्ष्मी सिंह
उन वीर सपूतों को
उन वीर सपूतों को
gurudeenverma198
अपनी पहचान को
अपनी पहचान को
Dr fauzia Naseem shad
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
तुमने मुझे दिमाग़ से समझने की कोशिश की
Rashmi Ranjan
"राज़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कल चमन था
कल चमन था
Neelam Sharma
"प्यार तुमसे करते हैं "
Pushpraj Anant
समंदर चाहते है किनारा कौन बनता है,
समंदर चाहते है किनारा कौन बनता है,
Vindhya Prakash Mishra
Loading...