Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2017 · 1 min read

कहीं से न पौन है|/ज्ञान-प्रेम भक्त बन|

(1)
कहीं से न पौन है
…………………..
ज्ञान की सु गोन है|
सहज और मौन है|
‘नायक’वह प्रेममय|
कहीं से न पौन है|

( 2)
ज्ञान-प्रेम-भक्त बन
…………………..
नहीं मोह-ग्रस्त बन |
चेत-सूर्य मस्त बन|
आत्मा को जानकर |
ज्ञान -प्रेम-भक्त बन|

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

Language: Hindi
516 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
दासी
दासी
Bodhisatva kastooriya
वेलेंटाइन डे रिप्रोडक्शन की एक प्रेक्टिकल क्लास है।
वेलेंटाइन डे रिप्रोडक्शन की एक प्रेक्टिकल क्लास है।
Rj Anand Prajapati
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
इश्क़ में भी हैं बहुत, खा़र से डर लगता है।
सत्य कुमार प्रेमी
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
2833. *पूर्णिका*
2833. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अगर ये सर झुके न तेरी बज़्म में ओ दिलरुबा
अगर ये सर झुके न तेरी बज़्म में ओ दिलरुबा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
बस जाओ मेरे मन में , स्वामी होकर हे गिरधारी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आज वक्त हूं खराब
आज वक्त हूं खराब
साहित्य गौरव
गुलामी छोड़ दअ
गुलामी छोड़ दअ
Shekhar Chandra Mitra
ख़ुद को हमने निकाल रखा है
ख़ुद को हमने निकाल रखा है
Mahendra Narayan
*नन्ही सी गौरीया*
*नन्ही सी गौरीया*
Shashi kala vyas
रमेशराज की एक हज़ल
रमेशराज की एक हज़ल
कवि रमेशराज
बादल
बादल
Shankar suman
📍बस यूँ ही📍
📍बस यूँ ही📍
Dr Manju Saini
*हंगामा करने वाले, समझो बस शोर मचाते हैं (हिंदी गजल)*
*हंगामा करने वाले, समझो बस शोर मचाते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हुनर का नर गायब हो तो हुनर खाक हो जाये।
हुनर का नर गायब हो तो हुनर खाक हो जाये।
Vijay kumar Pandey
रिश्ते
रिश्ते
Punam Pande
*पेड़*
*पेड़*
Dushyant Kumar
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
परिवर्तन जीवन का पर्याय है , उसे स्वीकारने में ही सुख है । प
परिवर्तन जीवन का पर्याय है , उसे स्वीकारने में ही सुख है । प
Leena Anand
■ शेर
■ शेर
*Author प्रणय प्रभात*
अधूरा नहीं हूँ मैं तेरे बिना
अधूरा नहीं हूँ मैं तेरे बिना
gurudeenverma198
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
श्री कृष्ण भजन 【आने से उसके आए बहार】
Khaimsingh Saini
ज़िंदगी भी समझ में
ज़िंदगी भी समझ में
Dr fauzia Naseem shad
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
शिव प्रताप लोधी
चाहे जितनी हो हिमालय की ऊँचाई
चाहे जितनी हो हिमालय की ऊँचाई
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"जीत सको तो"
Dr. Kishan tandon kranti
बचपन
बचपन
संजय कुमार संजू
सुप्रभात
सुप्रभात
Seema Verma
Loading...