Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2017 · 1 min read

कविता : रिश्ते हैँ कच्चे धागे

रिश्ते कच्चे धागे,मोल न इनका कोय।
समझे तो ज़न्नत,न समझे तो नरक होय।।

सुख-दुख में साथ निभाता सच्चा मीत वही।
बात-बात पर मुँह मोडले निज स्वार्थी होय।।

ऐसे रहिए मिलजुल जैसे ख़ुशबू फूले-चमन।
बिन बू के हरफूल क़ाग़ज़ का फूल होय।।

प्रेम,श्रद्धा,आस्था,आरज़ू से पाक मुहब्बत है।
जिस नारी हृदय ये बसें सदा पतिप्रिय होय।।

ये संसार किराए का घर एकदिन छोड़ जाना।
कर्मों की पूजा होगी बंधु समझ लीजिए तोय।।

पहले तोलो,फिर बोलो मीठी वाणी सुख देती।
कर्कश बाणी कानो में चुभे जो कौवे-सी होय।।

प्रीत का बंधन बांध ले”प्रीतम”गर तू सुख चाहे।
जिस हृदय में है प्रीत बसी गले का हार होय।।

राधेश्याम बंगालिया “प्रीतम” कृत
*********************
*********************

Language: Hindi
1 Like · 1806 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
हथेली पर जो
हथेली पर जो
लक्ष्मी सिंह
विरह
विरह
Neelam Sharma
मेरी हर लूट में वो तलबगार था,
मेरी हर लूट में वो तलबगार था,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
-- अजीत हूँ --
-- अजीत हूँ --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
Keshav kishor Kumar
रंगों में भी
रंगों में भी
हिमांशु Kulshrestha
ऐ मौत
ऐ मौत
Ashwani Kumar Jaiswal
पर्यावरण
पर्यावरण
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
* बातें व्यर्थ की *
* बातें व्यर्थ की *
surenderpal vaidya
आप जरा सा समझिए साहब
आप जरा सा समझिए साहब
शेखर सिंह
मैं कवि हूं
मैं कवि हूं
Shyam Sundar Subramanian
मेरा एक मित्र मेरा 1980 रुपया दो साल से दे नहीं रहा था, आज स
मेरा एक मित्र मेरा 1980 रुपया दो साल से दे नहीं रहा था, आज स
Anand Kumar
"मैं सोच रहा था कि तुम्हें पाकर खुश हूं_
Rajesh vyas
छुप जाता है चाँद, जैसे बादलों की ओट में l
छुप जाता है चाँद, जैसे बादलों की ओट में l
सेजल गोस्वामी
मुझे बदनाम करने की कोशिश में लगा है.........,
मुझे बदनाम करने की कोशिश में लगा है.........,
कवि दीपक बवेजा
तुम्हारा चश्मा
तुम्हारा चश्मा
Dr. Seema Varma
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
चौकड़िया छंद के प्रमुख नियम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"आम"
Dr. Kishan tandon kranti
तुमको मिले जो गम तो हमें कम नहीं मिले
तुमको मिले जो गम तो हमें कम नहीं मिले
हरवंश हृदय
बहुत कीमती है दिल का सुकून
बहुत कीमती है दिल का सुकून
shabina. Naaz
आखिर शिथिलता के दौर
आखिर शिथिलता के दौर
DrLakshman Jha Parimal
ऐसे न देख पगली प्यार हो जायेगा ..
ऐसे न देख पगली प्यार हो जायेगा ..
Yash mehra
💐प्रेम कौतुक-539💐
💐प्रेम कौतुक-539💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तुम अगर कविता बनो तो, गीत मैं बन जाऊंगा।
तुम अगर कविता बनो तो, गीत मैं बन जाऊंगा।
जगदीश शर्मा सहज
राजभवनों में बने
राजभवनों में बने
Shivkumar Bilagrami
फूलों से भी कोमल जिंदगी को
फूलों से भी कोमल जिंदगी को
Harminder Kaur
कोई शाम आयेगी मेरे हिस्से
कोई शाम आयेगी मेरे हिस्से
Amit Pandey
मुस्कुराहटों के मूल्य
मुस्कुराहटों के मूल्य
Saraswati Bajpai
2477.पूर्णिका
2477.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...