Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Apr 2017 · 1 min read

ऐसा जीवन

क्लेष,ईर्ष्या,द्वेष,क्रोध
रुपी अनल का प्रभंजन
यज्ञ की आहुति,उपासना एवं हवन
शुद्ध,सुरभित जीवन,निर्मल मन
जैसे अग्नि से तप्त हो स्वर्ण हुआ कुंदन
ऐसे ही सद्भभाव की ज्वाला से
प्रदीप्त हो गृह का आँगन,
धन्य हो हम सब का ऐसा जीवन

सुनील पुष्करणा

Language: Hindi
1 Like · 362 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कब मरा रावण
कब मरा रावण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"तरबूज"
Dr. Kishan tandon kranti
जिन्दगी की यात्रा में हम सब का,
जिन्दगी की यात्रा में हम सब का,
नेताम आर सी
कोरोना भगाएं
कोरोना भगाएं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं घाट तू धारा…
मैं घाट तू धारा…
Rekha Drolia
भारत का फौजी जवान
भारत का फौजी जवान
Satish Srijan
आप जब तक दुःख के साथ भस्मीभूत नहीं हो जाते,तब तक आपके जीवन क
आप जब तक दुःख के साथ भस्मीभूत नहीं हो जाते,तब तक आपके जीवन क
Shweta Soni
Humans and Animals - When When and When? - Desert fellow Rakesh Yadav
Humans and Animals - When When and When? - Desert fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
देश में क्या हो रहा है?
देश में क्या हो रहा है?
Acharya Rama Nand Mandal
चढ़ा हूँ मैं गुमनाम, उन सीढ़ियों तक
चढ़ा हूँ मैं गुमनाम, उन सीढ़ियों तक
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
लोग आते हैं दिल के अंदर मसीहा बनकर
लोग आते हैं दिल के अंदर मसीहा बनकर
कवि दीपक बवेजा
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
**सिकुड्ता व्यक्तित्त्व**
**सिकुड्ता व्यक्तित्त्व**
DR ARUN KUMAR SHASTRI
साँसों के संघर्ष से, देह गई जब हार ।
साँसों के संघर्ष से, देह गई जब हार ।
sushil sarna
■ मौजूदा दौर...
■ मौजूदा दौर...
*Author प्रणय प्रभात*
चुनाव
चुनाव
Mukesh Kumar Sonkar
मुस्कुराना जरूरी है
मुस्कुराना जरूरी है
Mamta Rani
स्वागत है  इस नूतन का  यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
जो ख्वाब में मिलते हैं ...
लक्ष्मी सिंह
क्या मैं थी
क्या मैं थी
Surinder blackpen
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
DrLakshman Jha Parimal
3245.*पूर्णिका*
3245.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सापटी
सापटी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
रात
रात
SHAMA PARVEEN
हर वर्ष जला रहे हम रावण
हर वर्ष जला रहे हम रावण
Dr Manju Saini
भारत भूमि में पग पग घूमे ।
भारत भूमि में पग पग घूमे ।
Buddha Prakash
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
आज वो दौर है जब जिम करने वाला व्यक्ति महंगी कारें खरीद रहा ह
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
क्यों नहीं निभाई तुमने, मुझसे वफायें
क्यों नहीं निभाई तुमने, मुझसे वफायें
gurudeenverma198
अकाल काल नहीं करेगा भक्षण!
अकाल काल नहीं करेगा भक्षण!
Neelam Sharma
*अभिनंदन उनका करें, जो हैं पलटूमार (हास्य कुंडलिया)*
*अभिनंदन उनका करें, जो हैं पलटूमार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...