Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2021 · 1 min read

उफ्फ ये कोरोना!

उफ्फ ये कोरोना!
कोरोना,कोरोना,हम पर ये सितम मत करोना,
कितनो की जान ले चुके हो तुम,
अब तो ये मृत्यु तांडव बंद करोना।
एक विषाणु हो तुम , अपना विष फैला रहे हो,
मानव जाति पर तुम एक खतरा बनकर मंडरा रहे हो।
लेकिन तुम ये जान तो तुमसे लड़ने के लिए हम जान की बाज़ी लगा देंगे,
नामोनिशान तुम्हारा दुनिया के नक्शे से मिटा देंगे।
तुमसे हम सबको नित नित महासंग्राम लड़ना है,
आत्मसुरक्षा करते हुए जीवनपथ पर आगे बढ़ना है।
डिस्को लाइट से दिखते हो,
सबको अपनी धुन पर नचा रहे हो,
खुद को मुगलेआजम और
हम सबको अनारकली बनाकर मज़े उड़ा रहे हो।
सब दे रहे हैं तुमको गिन-गिन कर ताने
क्या क्या कर रहे हैं लोग कोरोना के बहाने-
कोई झाड़ू तो कोई कर रहा है पोछा,
मिलकर संभाल रखा है पूरे परिवार ने मोर्चा।
खुश हैं बच्चे के वो अपने मम्मी-पापा के साथ हैं,
अब ना दिन,दिन है,ना ही रात,रात है।
समय कठिन है,रास्ता लंबा है अँधेरो से हो कर जाना है,
इरादे बुलंद हैं हमारे, इस आग के दरिये में डूबकर पार जाना है।
हिम्मत है हम में, हम अपनी नैया पार लगाएंगे,
कोरोना की हस्ती को हम अपनी दुनिया से मिटायेंगे,
फिर लौटकर आएंगी बहारें,
फिर चलेंगी दरिया में पतवारें,
देख लेना हम सब फिर खिलखिलायेंगे,
मुस्कुराएगी ज़िंदगी,फिर हम ज़िंदादिल बनजाएँगे।

सोनल निर्मल नमिता

35 Likes · 41 Comments · 1117 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अरब खरब धन जोड़िये
अरब खरब धन जोड़िये
शेखर सिंह
💐प्रेम कौतुक-264💐
💐प्रेम कौतुक-264💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
R J Meditation Centre
R J Meditation Centre
Ravikesh Jha
ओ! चॅंद्रयान
ओ! चॅंद्रयान
kavita verma
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मोदी एक महानायक
मोदी एक महानायक
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
अब
अब "अज्ञान" को
*Author प्रणय प्रभात*
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
मुस्कुराना जरूरी है
मुस्कुराना जरूरी है
Mamta Rani
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
बताओगे कैसे, जताओगे कैसे
Shweta Soni
बदनाम शराब
बदनाम शराब
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
प्रेम लौटता है धीमे से
प्रेम लौटता है धीमे से
Surinder blackpen
तुम भी पत्थर
तुम भी पत्थर
shabina. Naaz
रुई-रुई से धागा बना
रुई-रुई से धागा बना
TARAN VERMA
सृष्टि का अंतिम सत्य प्रेम है
सृष्टि का अंतिम सत्य प्रेम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हमको तो आज भी
हमको तो आज भी
Dr fauzia Naseem shad
अब की बार पत्थर का बनाना ए खुदा
अब की बार पत्थर का बनाना ए खुदा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
*पिताजी को मुंडी लिपि आती थी*
*पिताजी को मुंडी लिपि आती थी*
Ravi Prakash
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
Vipin Singh
अपने आँसू
अपने आँसू
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
युवा संवाद
युवा संवाद
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
पूर्वार्थ
दोहे ( किसान के )
दोहे ( किसान के )
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ऐ नौजवानों!
ऐ नौजवानों!
Shekhar Chandra Mitra
जो भूल गये हैं
जो भूल गये हैं
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
राजस्थान
राजस्थान
Anil chobisa
"गजब के नजारे"
Dr. Kishan tandon kranti
बिना शर्त खुशी
बिना शर्त खुशी
Rohit yadav
' पंकज उधास '
' पंकज उधास '
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
Loading...