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7 Apr 2020 · 1 min read

आफत

ये आफत मेरे देश को फिर गुलाम कर गई ।
अन्नदाता खुद भूखे ,ज़िंदगानी कैद हो गई ।
– जय श्री सैनी ‘सायक’

Language: Hindi
506 Views
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