Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2016 · 1 min read

अपने.अपने आईने

अपने.अपने आईने

शहीदी सींच से
आज़ाद धरा पर
जो पली थी
जनतंत्र फ़सल
उसमें
स्वार्थी किरचें
ख़रपतवार सी उगीं
और
जनने लगी आईने
अब
अपने – अपने चेहरे
अपने – अपने आईने ।

Language: Hindi
356 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"डबल इंजन" ही क्यों?
*Author प्रणय प्रभात*
🫡💯मेरी competition शायरी💯🫡
🫡💯मेरी competition शायरी💯🫡
Ms.Ankit Halke jha
"रातरानी"
Ekta chitrangini
*दया*
*दया*
Dushyant Kumar
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
Ravi Prakash
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
ज़िन्दगी - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
💐प्रेम कौतुक-238💐
💐प्रेम कौतुक-238💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तनाव ना कुछ कर पाने या ना कुछ पाने की जनतोजहत  का नही है ज्य
तनाव ना कुछ कर पाने या ना कुछ पाने की जनतोजहत का नही है ज्य
पूर्वार्थ
माचिस
माचिस
जय लगन कुमार हैप्पी
बातें नहीं, काम बड़े करिए, क्योंकि लोग सुनते कम और देखते ज्य
बातें नहीं, काम बड़े करिए, क्योंकि लोग सुनते कम और देखते ज्य
Dr. Pradeep Kumar Sharma
2802. *पूर्णिका*
2802. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
जीवन के कुरुक्षेत्र में,
जीवन के कुरुक्षेत्र में,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मौत ने पूछा जिंदगी से,
मौत ने पूछा जिंदगी से,
Umender kumar
पसरी यों तनहाई है
पसरी यों तनहाई है
Dr. Sunita Singh
"अवसाद"
Dr Meenu Poonia
*जलते हुए विचार* ( 16 of 25 )
*जलते हुए विचार* ( 16 of 25 )
Kshma Urmila
सर्वनाम
सर्वनाम
Neelam Sharma
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
तुम तो हो जाते हो नाराज
तुम तो हो जाते हो नाराज
gurudeenverma198
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
जल है, तो कल है - पेड़ लगाओ - प्रदूषण भगाओ ।।
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
मोबाइल फोन
मोबाइल फोन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
* धरा पर खिलखिलाती *
* धरा पर खिलखिलाती *
surenderpal vaidya
तत्काल लाभ के चक्कर में कोई ऐसा कार्य नहीं करें, जिसमें धन भ
तत्काल लाभ के चक्कर में कोई ऐसा कार्य नहीं करें, जिसमें धन भ
Paras Nath Jha
एक तेरे चले जाने से कितनी
एक तेरे चले जाने से कितनी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
परमेश्वर दूत पैगम्बर💐🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
क्यों दोष देते हो
क्यों दोष देते हो
Suryakant Dwivedi
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
यह कौन सी तहजीब है, है कौन सी अदा
VINOD CHAUHAN
लालच
लालच
Dr. Kishan tandon kranti
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
Jitendra Chhonkar
Loading...