Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2020 · 1 min read

अतीत

ख़ुद के लिए एक अनजानी सी कहानी हो गया हूं मै,
या तो खुद को खो दिया या खुद को भूल गया हूं मैं,
हर पल अतीत के भंवर में फस सा जाता हूं,
खुद को कल बनाने के लिए आज मिटाता हूं,
है सब साथ मेरे बस कोई मेरा मीद नहीं,
उम्मीद है तो गर कोई उम्मीद नहीं,
अब जब अतीत में जागकर अभी सो गया हूं मैं, तब
ख़ुद के लिए एक अनजानी सी कहानी हो गया हूं मै,
या तो खुद को खो दिया या खुद को भूल गया हूं मैं,
✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️✍️राज सेजवार

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 490 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जन्म दिन
जन्म दिन
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जो चाहो यदि वह मिले,
जो चाहो यदि वह मिले,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अब न तुमसे बात होगी...
अब न तुमसे बात होगी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
2559.पूर्णिका
2559.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
■ दोहा देव दीवाली का।
■ दोहा देव दीवाली का।
*Author प्रणय प्रभात*
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Vaishali Verma
ਮੁੜ ਆ ਸੱਜਣਾ
ਮੁੜ ਆ ਸੱਜਣਾ
Surinder blackpen
प्रेम और आदर
प्रेम और आदर
ओंकार मिश्र
वक़्त की मुट्ठी से
वक़्त की मुट्ठी से
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-224💐
💐प्रेम कौतुक-224💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Them: Binge social media
Them: Binge social media
पूर्वार्थ
"पँछियोँ मेँ भी, अमिट है प्यार..!"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दिखता अगर फ़लक पे तो हम सोचते भी कुछ
दिखता अगर फ़लक पे तो हम सोचते भी कुछ
Shweta Soni
रिश्ते चाहे जो भी हो।
रिश्ते चाहे जो भी हो।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हाथ पताका, अंबर छू लूँ।
हाथ पताका, अंबर छू लूँ।
संजय कुमार संजू
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
माँ तेरे दर्शन की अँखिया ये प्यासी है
Basant Bhagawan Roy
कितनी भी हो खत्म हो
कितनी भी हो खत्म हो
Taj Mohammad
अपनी निगाह सौंप दे कुछ देर के लिए
अपनी निगाह सौंप दे कुछ देर के लिए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"यही दुनिया है"
Dr. Kishan tandon kranti
एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम।
एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम।
Suryakant Dwivedi
*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*
*पदयात्रा का मतलब (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
Phool gufran
राहत के दीए
राहत के दीए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"युद्ध नहीं जिनके जीवन में, वो भी बड़े अभागे होंगे या तो प्र
Urmil Suman(श्री)
दीपों की माला
दीपों की माला
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बचपन
बचपन
नन्दलाल सुथार "राही"
दिनांक:-२३.०२.२३.
दिनांक:-२३.०२.२३.
Pankaj sharma Tarun
मौला के घर देर है पर,
मौला के घर देर है पर,
Satish Srijan
Loading...