खिचड़ी,तिल अरु वस्त्र का, करो हृदय से दान
लहर-लहर दीखे बम लहरी, बम लहरी
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ये राज़ किस से कहू ,ये बात कैसे बताऊं
सगीर गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
नजरों को बचा लो जख्मों को छिपा लो,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ये काले बादलों से जैसे, आती रात क्या
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
💐अज्ञात के प्रति-123💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।