Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Feb 2018 · 1 min read

अगर मैं लड़की होता

शीर्षक–अगर मैं लड़की होता
अगर मैं लड़की होता
तो क्या सबकुछ होता ऐसा
जैसा होता आया है
क्या माँ मुझे भी
मेरे भाई जितना प्यार मुझे भी देती
मुझे अपनी चीजो के लिए
जिद करने का अधिकार देती
क्या मेरे पिता
सचमुच में मेरा दाखिला अंग्रेजी स्कूल में करा देते
मेरा हाथ पकड़ कर मुझे भी आगे बढ़ा देते

अगर मैं लड़की होता
तो शायद मुझे भी
मेरी बहन की तरह
वो सब नहीं मिलता
जो मुझे अच्छा लगता
वो खाना किचन में ना पकता
जो मुझे बहुत पसंद हो
मेरे घर से बाहर निकलने पर
मोहल्ले के लड़के मुझ पर भद्दे मजाक करते
हर नजर बाजार में मुझे घूरने को उठती

अगर मैं लड़की होता
तो शायद नहीं मनता मेरा जन्मदिन भी
ना महंगे कपडे ख़रीदे जाते
ना मुझे मेरा भाई
पूरी मिठाई खाने देता
मेरे पिता के लिए तो
मैं सिर्फ और सिर्फ परेशानी होता
कम उम्र में शादी हो जाती
मुझ पक्षी से तो उसका घोंसला ही छिन जाता
घर घर ना रहता वो तो पिंजड़ा बन जाता

अगर मैं लड़की होता
तो शायद मैं भी
कभी चूल्हे की आग में झोंका जाता
तो कभी खुद को ही जला देता
मैं तो बस घर में रखा सामान होता
ना खुद के होने का एहसास होता
ना कोई परिचय होता
हर उम्र में मेरा अपमान होता
नाम मेरा घर में ही गुमनाम होता
अगर मैं लड़की होता—–अभिषेक राजहंस

Language: Hindi
2 Likes · 268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राख का ढेर।
राख का ढेर।
Taj Mohammad
रंगों की दुनिया में सब से
रंगों की दुनिया में सब से
shabina. Naaz
कितने छेड़े और  कितने सताए  गए है हम
कितने छेड़े और कितने सताए गए है हम
Yogini kajol Pathak
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
Shashi kala vyas
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
अपने सुख के लिए, दूसरों को कष्ट देना,सही मनुष्य पर दोषारोपण
विमला महरिया मौज
"Communication is everything. Always always tell people exac
पूर्वार्थ
3228.*पूर्णिका*
3228.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भक्तिकाल
भक्तिकाल
Sanjay ' शून्य'
"मौत की सजा पर जीने की चाह"
Pushpraj Anant
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!
Suraj kushwaha
फिरकापरस्ती
फिरकापरस्ती
Shekhar Chandra Mitra
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ : दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
हंसकर मुझे तू कर विदा
हंसकर मुझे तू कर विदा
gurudeenverma198
"मैं" का मैदान बहुत विस्तृत होता है , जिसमें अहम की ऊँची चार
Seema Verma
World Environmental Day
World Environmental Day
Tushar Jagawat
ख़ुद को यूं ही
ख़ुद को यूं ही
Dr fauzia Naseem shad
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
स्पर्श करें निजजन्म की मांटी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अब गूंजेगे मोहब्बत के तराने
अब गूंजेगे मोहब्बत के तराने
Surinder blackpen
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि
Seema gupta,Alwar
धूल
धूल
नन्दलाल सुथार "राही"
मेरे दिल के मन मंदिर में , आओ साईं बस जाओ मेरे साईं
मेरे दिल के मन मंदिर में , आओ साईं बस जाओ मेरे साईं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
“बिरहनी की तड़प”
“बिरहनी की तड़प”
DrLakshman Jha Parimal
"तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया,
शेखर सिंह
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
जिनके जानें से जाती थी जान भी मैंने उनका जाना भी देखा है अब
Vishvendra arya
मत फेर मुँह
मत फेर मुँह
Dr. Kishan tandon kranti
■ आज की सलाह। धूर्तों के लिए।।
■ आज की सलाह। धूर्तों के लिए।।
*Author प्रणय प्रभात*
#drarunkumarshastri
#drarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
स्तुति - दीपक नीलपदम्
स्तुति - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
कुछ लोग बात तो बहुत अच्छे कर लेते है, पर उनकी बातों में विश्
जय लगन कुमार हैप्पी
बोझ
बोझ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...