टूट गई यारी सलाद की प्याज से
प्याज हुआ मंहगा मूल ब्याज से
सलाद में प्याज, होता है सरदार
प्याज बिन दाल रोटी बेअसरदार
मंहगाई मे... Read more
नेता जी बचालो देश को,
अब घूमो ना परदेश को।
अर्थव्यवस्था की डूबी लुटिया,
लाचार हो रही घर की बिटिया।
अनभिज्ञ नहीं तुम सच्चाई से,... Read more
आती जब
परिणय की घड़ी
झूम उठता
मन मयूर
गूंज उठती
ढोल शहनाई
सज जाता घर
तोरण कलश
विवाह है
पवित्र बंधन
करें सम्मान
ब... Read more
पानी ने सब पानी फेरा ,
फसलें खूब धुली इस बार !
हाथ सभी के खाली खाली ,
वाह रे खूब करी करतार !!
आँखों में कुछ दिवास्वप्न थे ,
उ... Read more
नई राह है नई डगर है ,
चलना बड़ा कठिन है !!
रिश्तों के अनुबंध नये हैं ,
नई नई सौगंध !
देह सजी है मनसिज नाचे ,
टूट गये कसे बंध !... Read more
सहा हो जिसने बस उसी को पता होता है !
सब दर्द देखने वालों को कहाँ पता होता है !!
कुछ दर्द ज़िन्दगी ख़त्म कर दिया करते हैं !
हर दर्द ... Read more
वक्त की यारी तो हर कोई करता है ज़नाब!
मजा तो तब है वक्त बदले पर यार न बदले!
🍁-AnoopS© Read more
1
खुश बुजुर्ग
मिलता आशीर्वाद
सच्ची है पूजा
2
दादी की पूजा
घंटी टीका प्रसाद
हैं खुश देव
3
लगाओ पेड़
फैली है हरियाल... Read more
रावण की मनकही !
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काठ का पुतला जला कर खुश हो तो रहे हो
अपने मन के रावण को जला पाओ, तो जानूं !
आए सीता ज... Read more
रौनक
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पूरे परिवार को एकसूत्र में पिरोकर रखने वाली , सबकी चिंता और परवाह करने में मगन खुद के प्रति बेपरवाह रहने वाली , गाहे... Read more
फिर से काश कोई ऐसा सवेरा हो जाए!
जिस में मैं तेरा और तू मेरा हो जाए!
ज़िन्दगी मेरी सिर्फ तेरे लिए हो ख़ास!
तू ही हो मेरी धड़कन... Read more
मैं कहिन आँखिन देखी,
तुम फँसे अपनी कथनी ,
व्रत किया उपवास नहीं,
लिये खडे धूप अगरबत्ती,
मेरी चाहत मुझ ही से पूरी .
आज नहीं कोई... Read more
प्यार की इंतेहा नहीं होती ।
प्यार की ज़ुबाँ नहीं होती।
प्यार तो एक ए़़हसास है ।
जो दिल से म़हसूस किया नज़रों से बयां किया जाता है... Read more
विनम्र निवेदन
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ज्ञान के प्रकाश की तलाश केवल उन्हीं पारंपरिक तरीकों से मत करो जो तुम्हारे जन्म लेते ही समाज द्वार... Read more
पिंजरा तो खाली करना है, रहता किस उलझन में,
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माँ जननी के जिगर का टुकड़ा है बेटी
पिता का स्वाभिमान अभिमान है बेटी
सांसों की कीमत पर सदा पलती बेटी
दहेज की बलि पर चढती जलती बेटी
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सोचो समझो इन बातो को, इन पे करो विचार
काम करो अब तुम हिम्मत से नई तो जेहो हार
संस्कार, संस्कृति, सदाचार, सद्चरित्र, सम्मान
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मैं-तुम-हम अभी जवां जवां
जिन्दगी भी है आब-ए-रवाँ
उम्र की छाप नहीं दिख रही
ताजगी जीवन में अभी यहाँ
बेशक आजीवन रहे जटिल
मुस्क... Read more
तू भी जली ,
मैं भी जली।
तू मोम सी थी,
इस लिये जली।
मैं मोम की थी,
इस लिये जली।
तू छिपाने के लिये जली,
मैं दिखाने के लिये जली।... Read more
गर करोगे जिद तो नतीजा नहीं निकलता हैं!
रास्ता भी बदल लेगा जो तेरे साथ चलता हैं!
सूरज जैसे निकलता हैं निकलता ही रहेगा!
जब ढलता ह... Read more
मत करो
झूठे वादे
अपनों से
बड़ा दर्द
होता है
जब वो
पूरे होते नहीँ
करते हैं
वादा बच्चे
माता पिता से
खूब पैसा
कमा कर... Read more
मुश्किलों को देख कर भी वीर घबराते नहीं।
चल पड़े जिस राह पर फिर, लौट कर आते नहीं।
कर्म योद्धा जो बना सब,यत्न से हासिल करें-
मंजि... Read more
विधा-बरवै छन्द
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नित्य जपो मन मेरे,जय श्री राम।
प्यारा प्रभु की नगरी, प्यारा नाम।।
जीवन छोटी नैया, प्रभु पतव... Read more
इस भागती ज़िन्दगी मे किसी के पास वक्त नही है कि समझ सके जिस दिशा मे वह जा रहा है क्या यह वह दिशा है? जो उसके गन्त्वय तक पहुँचायेगी। ... Read more
मिला नहीं,
और इस बात का कोई गिला नहीं,
मिल भी जाता जो इस तरह,
तो मिल कर भी तू मिलता नहीं,
तेरा मिलना,
इक यही तो किस्सा नहीं,
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आह्वान है यह हमारा सभी धर्मों के अनुयायियों से
हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई बौद्ध जैन सभी भाईयों से सब मिलकर एकता से अनोखी सी एक रीत च... Read more
ख्वाबों के सारे रंग वो झूठे हुए हैं क्यों
शय सारे मेरे नाम से रूठे हुए हैं क्यों
क्यों बहारें एक अर्से से यहां आती नहीं
ये नज... Read more
कितनी शामे बस यू ही तन्हा गुज़र जाती हैं!
तेरी यादे साँसों में जुनूँ बन के उतर जाती है!
वक्त का क्या हैं गुज़रा हैं कुछ गुज़र जायेग... Read more
इश्क तो हो ही गया फिर अब छुपाना क्युँ है!
परिंदों को तेज हवाओं से अब बचाना क्युँ है!
क़ाफ़िले गुज़रे हुए बहुत वक्त हुआ “अनूप”!
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तेरी यादें रोज़ तड़पा रही हैं हमे!
तेरी हर आहट रुला रही हैं हमे!
बेइंतहा इश्क़ किया हैं हमने तुझे!
वही चाहत तो उलझा रही हैं हमे!
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तिलंगाना की घटना से हुआ हैरान हर कोई,
प्रियंका के दरद को सोच आखें रात भर रोई।
दिया नारा जो था बेटी बचाने का बरस बीते,
बता दो आज ... Read more
जितने थे विरोधी जगत में वो अब खूब नपने लगे,
देखकर बढती कामयाबी सिर सभी के तपने लगे।
हुआ ऐसा करिश्मा देखो कुछ ही सालों में जनाब,
व... Read more
तू कब मुझसे ही है कहती, मैं तुझसे कब ही हूँ कहता।
प्यार हमें दोनो को ही है, आखों से देखा हूँ बहता।
जगी है उम्र के इस मोड, पर चाहत ... Read more
अब नहीं जागोगे तो कब जागोगे ?
अपनी बेटियों के लिए होश में कब आओगे ?
बेटी किसी की भी हो क्या फर्क पड़ता है?,
हर बेटी हमारी आन है त... Read more
में सोच रहा हू कि क्यों न इक बार गुरु जनो के हांथो में देश की कमान सौंपी जाए
सच में जिस प्रकार वो बच्चो को पीट पीट कर पढ़ना लिखना औ... Read more
आज का कुत्ता
देखो बिस्किट खाता कुत्ता , हमे रोज गुर्राता कुत्ता
कुत्तों की सरदारी करके हमको धौंस दिखता कुत्ता
घर में क... Read more
किसान की जय बोलकर बहलाते हर बार,
कुसूर हमरा क्या लगा समझाओ सरकार।
समझाओ सरकार मूरख ही है बनाया,
दिया भरोसा हमें माल है खूब उडाया... Read more
दिए अवार्ड जा रहे लेते सीना तान।
क्या अशोक पाकर इसे बने सब कवि महान।।
अशोक छाबडा Read more
सैल्फी सब हैं ले रहे सैल्फी का है दौर,
तरह तरह के पोज से खींचे अपनी ओर।
खींचे अपनी ओर कर देत सबको घायल,
आया अच्छा पोज हो जात हैं ... Read more
गीत .......भारत मां कितनी प्रगति कर रही है
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प्रगति की और हम कैसे बढ़ रहे हैं
नफरतों की खूब सीढ़ियां... Read more
ग़ज़ल- आँखें बता रहीं हैं...
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आँखें बता रहीं हैं कि इनकार है नहीं
शायद लबों ने झूठ कहा प्यार है नहीं
दिल हारने क... Read more
रुक जाता हूँ चलते चलते,
थम जाती हैं सांँसें।
देख दोगला रूप जहां का,
मुंद जाती हैं आँखें।।
मखमल-सी कोमल वाणी है,
और चमकता तेज।
... Read more
होगा सवेरा अभी रात तो होने दो
अभी रुको पूरी बात तो होने दो
कब तक झुकी रहेगी पलक
तेरे हाथो में मेरा हाथ तो होने दो।(अवनीश कुमार) Read more
हाज़िर हैं नयी गज़ल का मतला....
नज़र को ना जाने अब किस की तलाश हैं!
ऐसे लगता हैं जैसे तु यही मेरे आसपास हैं!
🍁-AnoopS©
04 Nov 2019 Read more
देख शीश शशि तात के,बोले बाल गणेश ।
यही खिलौना चाहिए, .हासत देख रमेश ।।
खिसक गई पैरों तले ,......उनके तुरत जमीन !
उनसे ही धोखा ... Read more
आज फिर बैठा हूं
कलम से उनके जुल्फ सवारने के लिए
चल दिया
उनके काजल को ग़ज़ल में उतारने के लिए
बहुत आसान लगता होगा?
कितने जत... Read more
*वार्ता:-* रोजाना की तरह मालण नौटंकी के लिए हार लेकर जाती है। उस दिन नौ लड़ी का हार देखकर नौटंकी कहती हैं मालण किसनै बनाया यो हार त... Read more
हसीँ गुलनाज़-ए-मन्ज़र, अभी भी, याद में क्यूँ है,
सिफ़त,अदबो-हुनर उसका,अभी भी ख़्याल मेँ क्यूँ है।
चला जाता हूँ मैं, मानिन्दे-अफ़सू... Read more
ज़िन्दगी भर नफ़े नुक़सान का हिस़ाब रखा।
जो लम़्हे गवाँ दिए उनका हिस़ाब ना रखा।
अपनी खुशगवारी और खुदग़र्ज़ी में मश़गूल रहे दूसरों के दर... Read more
जाऊं भी तो कहाँ????
जाऊं भी तो कहाँ
कुछ समझ न आये
कभी माँ की कोख में
मार डालते....
तो कभी ज़िंदा रखने की
कीमत मांगते....
हर वक़... Read more